राजस्थानी साहित्यकारों के भव्य आयोजन में नागौर के साहित्यकार भवानीसिंघ भावुक हुए सम्मानित

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राजस्थानी साहित्यकारों के भव्य आयोजन में नागौर के साहित्यकार भवानीसिंघ भावुक हुए सम्मानित

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस आयोजन की सफलता हेतु भेजा बधाई संदेश।
●साहित्य साधना से गांव का नाम रोशन किया कवि साहित्यकार भवानीसिंघ राठौड़ 'भावुक' ने-विक्रम टापरवाड़ा
नागौरः25 जून। परबतसर तहसील के छोटे से गांव टापरवाड़ा गांव के किसान और धर्म तथा संस्कृति के संरक्षक,समाजसेवी  सरलमना प्रथम साहित्यकार भवानीसिंह राठौड़ 'भावुक' की राजस्थानी काव्य कृति 'बिणजारा री बेलड़ी' को अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा नेम प्रकाशन डेह के सौजन्य से आयोजित भव्य कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा के 24 साहित्यकारों के साथ 'श्री मोहनलाल टोगसिया स्मृति राजस्थानी पैली पोथी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। जिसमें शाल,श्रीफल,सम्मान पत्र तथा 11000 रुपये नकद राशी प्रदान की गई।

पर्यावरण प्रेमी तथा समाजसेवी विक्रमसिंह टापरवाड़ा ने बताया कि यह हमारे गांव के लिए हर्ष और गौरव का समाचार है।कवि भवानीसिंह राठौड़ सादा जीवन उच्च विचारों के संवाहक है।तथा उनको मिलने वाले  इस पुरस्कार से ग्राम के युवाओं की साहित्य के प्रति रुचि बढेगी।भवानीसिंघ राठौड़ 'भावुक' राजस्थानी भाषा की मान्यता  हेतु सदैव प्रयासरत रहते है।

चयन समिति का आभार व्यक्त करते हुए उन्होने कहा कि,राजस्थान के नव साहित्यकारों की कृतियों को सम्मान प्रदान करके इनका हौंसला बढाया जा रहा है जो सराहनिय कदम है।साथ ही चयन समिति के आदरणीय लक्ष्मणदान जी कविया,डॉ. गजादान चारण 'शक्तिसूक्त' तथा पवन जी पहाड़िया का आभार व्यक्त किया।


इस सम्मान समारोह  में  प्रोफेसर अर्जुनदेव चारण (संयोजक, राजस्थानी भाषा परामर्श मण्डल केंद्रीय साहित्य अकादमी नई  दिल्ली), एच.आर. कुड़ी (अध्यक्ष पुलिस जबाबदेही आयोग, राजस्थान सरकार जयपुर)  सीन काफ निजाम (ख्यातनाम उर्दू शायर) मीठेश निर्मोही (उपाध्यक्ष-राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर), राजेश विद्रोही (गजलकार लाडनूँ) अशोक समदड़िया नागौर, डॉक्टर हापूराम चौधरी नागौर, बुधाराम गर्वा जायल, जेठूसिंह चौहान पंचायत समिति सदस्य डेह, रणवीरसिंह उदावत-सरपंच आदर्श ग्राम पंचायत डेह मंचासीन थे।

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